Q1. बिलकुल गोल’-कविता में इसके दो अर्थ हैं–
1. गोल आकार का
2. गायब होना!
ऐसे तीन शब्द सोचकर उनसे ऐसे वाक्य बनाओ कि शब्दों के दो-दो अर्थ निकलते हों।हों
Ans:
वर
- लता के लिए एक सुयोग्य वर (दूल्हा) की तलाश है।
- भगवान वरूण ने लकड़हारे को तीन वर(वरदान) माँगने के लिए कहा।
अर्थ
- अर्थ (धन) प्राप्ति के लिए मेहनत करना जरूरी होता है।
- काव्य पंकितयों का अर्थ(मतलब) स्पष्ट कीजिए।
कनक
- इस वर्ष कनक (गेहूँ) की खेती अच्छी हुई है।
2. इस वर्ष सीमा ने कनक (सोने) के कंगन बनवाए।
Q2.यदि कोई सूरज से गप्पें लगाए तो वह क्या लिखेगा? अपनी कल्पना से गद्य या पद्य में लिखो। इसी तरह गप्पें निम्नलिखित में से किसी एक या दो से करके लिखो
पड़, बिजली का खंभा, सड़क, पेट्रो ल पं
Ans.
सूरज के साथ गप्प लगाना
सूरज दादा
आग का गोला
बनकर क्यों फिरते हो?
किसे देख जलते हो इतना
क्यों तुम आग उगलते हो?
गुस्सा इतना क्यों है तुमको
ऐसे हमको मत देखो
पता मुझे है
जल–जल कर भी तुम
जग को जीवन देते हो।
पर इतना जलना भी क्या कि
जीवन मरण बन जाए
अब थोड़ा पिघलो भी दादा
यह तपन जरा घट जाए।
सड़क के साथ गप्प लगाना
ओ सड़क रानी
घर तुम्हारा
कहाँ, कहाँ से आती हो?
और मुड़कर, घूम कर फिर
कहाँ चली जाती हो?
थकती नहीं क्या तुम कभी
रुकती नहीं हो क्या जरा
यह किस अनंत यात्रा पर
निकल पड़ी हो तुम भला?
Q3. जोकि, चूँकि, हालाँकि-कविता की जिन पंक्तियों में ये शब्द आए हैं, उन्हें ध्यान से पढ़ो। ये शब्द दो वाक्यों को जोड़ने का काम करते हैं। इन शब्दों का प्रयोग करते हुए दो-दो वाक्य बनाओ।
Ans :
जोकि–
- नीम का तेल जोकि गंध व स्वाद में कड़वा होता है प्रथम श्रेणी की कीटाणुनाशक होता है।
- यह एक लड़के की कहानी है जिसका नाम मोहन है जोकि दिल्ली में आया था!
चूँकि–
- चूँकि प्रश्न कठिन थे इसलिए में उत्तर नहीं लिख पाया।
- चूँकि आज तेज बारिश थी इसलिए में आज स्कूल नहीं जा सका।
हालाँकि–
- हालाँकि आज बारिश तेज है फिर भी मुझे काम पर जाना ही होगा।
2. हालाँकि मुझे तुम्हारा उत्तर पता है फिर भी मैं तुमसे सुनना चाहता हूँ।
Q4.चाँद संज्ञा है। चाँदनी रात में चाँदनी विशेषण है।
नीचे दिए गए विशेषणों को ध्यान से देखो और बताओ कि कौन-सा प्रत्यय जुड़ने पर विशेषण बन रहे हैं। इन विशेषणों के लिए एक-एक उपयुक्त संज्ञा भी लिखो- गुलाबी पगड़ी/ मखमली घास/ कीमती गहने/ ठंडी रा त/ जंगली फूल/ कश्मीरी भाषा
Ans :
गुलाबी ई |
गुलाबी साड़ी |
|
मखमली ई |
मखमली कालीन |
|
कीमती ई |
कीमती वस्त्र |
|
ठंडी |
ई |
ठंडी बर्फ़ |
जंगली ई |
जंगली जानवर |
|
कश्मीरी ई |
कश्मीरी पोशाक |
Q.5 कुछ लोग बड़ी जल्दी चिढ़ जाते हैं। यदि चाँद का स्वभाव भी आसानी से चिढ़ जाने का हो तो वह किन बातों से सबसे ज़्यादा चिढ़ेगा? चिढ़कर वह उन बातों का क्या जवाब देगा? अपनी कल्पना से चाँद की ओर से दिए गए जवाब लिखो।
Ans.
यदि चाँद का स्वभाव आसानी से चिढ़ जाने का हो तो वह तिरछे कहे जाने पर जरूर चिढ़ेगा। घटने–बढ़ने की बीमारी की बात सुनकर भी उसे बहुत गुस्सा आएगा। वह चिढ़कर यही जवाब देगा कि वह तिरछा नहीं है और ना ही उसे घटने–बढ़ने की बीमारी है, यह हमारी नजर का फेर है कि वह हमें तिरछा नजर आता है। शायद वह हमें यह भी कहेगा कि अपनी नजर ठीक करवाने के लिए डॉक्टर के पास जाकर चश्मा लगवा लो।
Q.6 . गोल-मटोल गोरा-चिट्टा कविता में आए शब्दों के इन जोडों में अंतर यह है कि चिट्टा का अर्थ सफ़ेद है और गोरा से मिलता-जुलता है जबकि मटोल अपने-आप में कोई शब्द नहीं है। यह शब्द ‘मोटा’ से बना है। ऐसे चार-चार शब्द युग्म सोचकर लिखो और उनका वाक्यों में प्रयोग करो।
i |
मेल–जोल |
– |
हमें सबसे मेल–जोल बनाए रखना चाहिए। |
ii |
अच्छा–बुरा |
– |
बच्चों को अपने अच्छे–बुरे का ज्ञान नहीं होता। |
iii |
आज–कल |
– |
आज–कल महँगाई बढ़ गई है। |
iv |
सुख-दुः ख |
– |
सुख-दुः ख जीवन के दो पहलू है। |
Q7.कवि ने चाँद से गप्पें किस दिन लगाई होंगी हों ? इस कविता में आई बातों की मदद से अनुमान लगाओ और इसके कारण भी बताओ। दिन कारण
पूर्णिमा……
अष्टमी……
अष्टमी से पूर्णिमा के बीच…….
प्रथमा से अष्टमी के बीच…….
Ans.
‘गोल हैं खूब मगर आप तिरछे नजर आते हैं जरा।’ अर्थात् चाँद की गोलाई थोड़ी तिरछी हैं यानि पूर्णिमा होने में एक या दो दिन बाकी है। कवि की उपर्युक्त पंक्ति के आधार पर हम कह सकते है कि कवि ने चाँद से गप्पें अष्टमी के दिन लगाई होंगी हों ।
Q8. गप्प, गप-शप, गप्पबाज़ी-क्या इन शब्दों के अर्थ में अंतर है? तुम्हें क्या लगता है? लिखो।
गप्प |
– |
बिना काम की बात। |
गप–शप |
– |
इधर –उधर की बातचीत। |
गप्पबाज़ी |
– |
कुछ झूठी झू , कुछ सच्ची बात। |
Q9.
चाँद ने क्या पहना है?
- सफ़ेद वस्त्र
- नीले रंग का पूरा आकाश
- सारा आकाश वस्त्र की भाँति जो तारों से जड़ित है
- सफ़ेद रंग का वस्त्र तारों से जड़ित
Ans.
सारा आकाश वस्त्र की भाँति जो तारों से जड़ित है
Q10. बालिका ने चाँद को क्या बीमारी बताई है?
- क्रोध करने की
- लाल-पीला होने की
- घटने-बढ़ने की
- भूलने की
Ans.
3. घटने–बढ़ने की
Q11.चाँद किस दिन दिखाई नहीं देता?
- पूर्णिमा के दिन
- एकादशी के दिन
- अमावस्या के दिन
- अष्टमी के दिन
Ans : 3. अमावस्या के दिन
Q12.चाँद को कैसी बीमारी है?
- घटने की
- बढ़ने की
- दोनों की
- इनमें से कोई नहीं
Ans. 3. दोनों की
Q13. चाँद से गप्पें कौन लड़ा रहा है?
- लड़का
- तारे
- लड़की
- आसमान
Ans : 3. लड़की
Q14. चाँद से थोड़ी-सी गप्पे कविता के कवि कौन हैं?
- शमशेर बहादुर सिंह
- केदारनाथ अग्रवाल
- सुमित्रानंदन पंत
- विनय महाजन
Ans. 1. शमशेर बहादुर सिंह
Q15. बालिका ने चाँद को क्या बीमारी बताई है?
- क्रोध करने की
- घटने-बढ़ने की
- लाल-पीला होने की
- भूलने की
Ans: 2. घटने–बढ़ने की
Q16. चाँद किस दिन पूरा दिखाई देता है?
- पूर्णिमा के दिन
- चतुर्दशी के दिन
- अमावस्या के दिन
- प्रतिपदा के दिन
Ans: 1. पूर्णिमा के दिन
Q17. चाँद कब तक बढ़ता रहता है?
- जब तक वह गोल न हो जाए
- जब तक वह दिखना बंद न हो जाए
- जव तक आकाश साफ न हो
- जब तक सूर्य न निकल जाए
Ans:
- जब तक वह गोल न हो जाए
Q18. चाँद को कैसी बीमारी है?
- टी.वी.की
- बढ़ने की
- घटने की
- घटने और बढ़ने की दोनों ही
Ans:
- घटने और बढ़ने की दोनों ही
Q19. नई कविता में तुक या छंद की बजाय बिंब का प्रयोग अधिक होता है, बिंब वह तसवीर होती है जो शब्दों को पढ़ते समय हमारे मन में उभरती है। कई बार कुछ कवि शब्दों की ध्वनि की मदद से ऐसी तस्वीर बनाते हैं और कुछ कवि अक्षरों या शब्दों को इस तरह छापने पर बल देते हैं कि उनसे कई चित्र हमारे मन में बनें। इस कविता के अंतिम हिस्से में चाँद को एकदम गोल बताने के लिए कवि ने बि ल कू ल शब्द के अक्षरों को अलग-अलग करके लिखा है। तुम इस कविता के और किन शब्दों को चित्र की आकृति देना चाहोगे? ऐसे शब्दों को अपने ढंग से लिखकर दिखाओ।
Ans:
- गो – ल
- ति – र – छे
- बि – ल – कु – ल
Q20. ‘गोकि’ शब्द का क्या अर्थ है?
- चले जाना
- हालाँकि
- चन्द्रमा
- विल्कुल
Ans:
- हालाँकि
Q21. चाँद के वस्त्रों में क्या जड़ा हुआ है?
- हीरे
- मोती
- बूंदें
- तारे
Ans:
- तारे